Tuesday, January 5, 2010

प्रस्तावना स्वरों


सबक स्वरों के साथ-साथ सौदों में अरबी भाषा है । प्रशंसानहीं होगा कि आप वर्णमाला के पूरी तरह व्यंजनों की रचना है । इस प्रकार की वर्णमाला बेकार है क्योंकि हम वर्णों में बोलने और सृजित करने के उद्देश्य से वर्णों, हम अपेक्षित स्वरों हमारे व्यंजनों के बीच । है । पेरों का निर्माण कर रहे हैं और वे ब्लाकों में भाषण में तीन प्रकार आते हैं; 1) व्यंजन स्वर, 2) स्वरयुक्त व्यंजन, और 3) व्यंजन स्वरयुक्त व्यंजन । यह कहना चाहिए कि, एक ही किया जा सकता है । मेरे पास एक व्यंजन द्वारा बनाई गई द्वारा अपनायी गयी एक स्वर, जैसे' शब्द को' के द्वारा अपनायी व्यंजन स्वरयुक्त, जैसे' शब्द', या दो स्वरों के साथ एक व्यंजन के बीच में, जैसे कि' शब्द में से' है । अरबी में, हम एक और प्रकार का इस्तेमाल केवल तीन । चूंकि अरबी वर्णमाला का कोई पत्र लिखे हैं, जो स्वरों में हैं, फिर भी प्रतीकों या तो ऊपर रखा जाता है या व्यंजनों और इन के नीचे अधिनियम के स्वर-ध्वनियों । वे तीन कर रहे हैं । इसके अतिरिक्त, अंत में शब्दों में, स्वरों दुगुनी हो सकती है । जब एक स्वर दुगुनी हो गई है अर्थात दो प्रतीक के लिए जाते हैं कि' स्कव' पत्र के ऊपर या नीचे, की ध्वनि के साथ एक' शब्द कहाँ समाप्त होता एन.' है । लंबे समय तक में स्वरों पर चर्चा की जाएगी अध्यायों नहीं आया है । यह नोट करती है कि प्रत्येक स्वर में एक नाम है, स्वरों के पास एक सामूहिक रूप से नाम है, जो पत्र एक स्वर मिलाना पास एक नाम है, विशेष रूप से पत्र का नाम पर निर्भर कर रहे हैं, जो उन्हें पकड़ सकूं, स्वरों दुगुनी हो गई हैं और उनके नाम भी दिया । प्रथम पंक्ति के चार्ट त्रुटि के उदाहरण हैं, तो दूसरे पंक्तियां दर्शाते हैं कि व्यक्ति का नाम स्वरों, तृतीय पंक्तियों को दर्शाते हैं कि गुणवाचक शब्द का प्रयोग किया जाता है, जो पत्र का वर्णन दृष्टांत दिये जाने के साथ जैसे-कत्, चौथी पंक्तियां दर्शाते हैं कि अंग्रेजी' सन्मार्गम्', और स्तंभों के अधिकार को दर्शाते हैं कि सामूहिक नाम के समूह के लिए' शकट'-इसका
.


harakaatحركات
مكسور maksoor
مفتوح maftooh
مضمومmadhmoom
mutaharrik متحرك
e, i
a
o, u



تنوين tanween
مكسور maksoor
مفتوح maftooh
مضمومmadhmoom
منونmunawwan
en, in
an
on, un



Digg Google Bookmarks reddit Mixx StumbleUpon Technorati Yahoo! Buzz DesignFloat Delicious BlinkList Furl

0 comments: on "प्रस्तावना स्वरों"

Post a Comment